Lokrang 2024: A Global Celebration of Culture and Diversity
Mark your calendars for the vibrant cultural extravaganza, Lokrang 2024, set to take place on April 14-15, 2024. This year’s event promises to be an unforgettable experience with a diverse lineup of artists.
Among the stellar participants, get ready to groove to the beats of Ragga Menno, from the Netherlands, ynamic artist known for infusing energy into every performance. Joining him is the sensational Bhojpuri Rapper, adding a unique flavor to the musical tapestry. And don’t miss the soulful tunes of Sarnami Bhojpuri singer Rajmohan from the Netherlands.
लोकरंग 2024: 14-15 अप्रैल
संभावित कार्यक्रम
14 अप्रैलः रविवार
रात्रि 8.30 – 8.40 PM
प्रारम्भिक संबोधन
रात्रि 8.45 – 9.00 PM
‘लोकरंग-2024’ पत्रिका का लोकार्पण/ कार्यक्रम का अनौपचारिक उद्घाटन।
विदेशी कलाकारों का स्वागत
रात्रि 9.05 – 9.20 PM
गांव की महिलाओं द्वारा अवधी सोहर गायन। गायिकाएं-मतिरानी देवी, इन्द्रावती, सुशीला, हानतारा, खुशबुन और सुभागी ।
रात्रि 9.25 – 10.00 PM
लोकगीत/जनगीत, परिवर्तन रंगमंडली, जीरादेई, सिवान, बिहार।
मुख्य गायकः आशुतोष। अन्य गायक-संजना कुमारी, अंशु कुमारी, विवेक कुमार सिंह, आकाश कुमार यादव, विष्णु कुमार मांझी, दिव्या कुमारी, रोजादीन आलम, नाजो खातून, डोमाराम, राधेश्याम शर्मा।
रात्रि 10.05- 10.25 PM
पंवरिया नृत्य और गायन। मुख्य कलाकार-ताज। अन्य कलाकार-गोरख शर्मा, वीरेन्द्र प्रसाद, सोहित प्रसाद, सनातन मास्टर, जुनाब अली। ग्रा./पो. गौरी श्रीराम, कुशीनगर।
रात्रि 10.30- 10.50 PM
नटराज कल्चरल एसोसिएशन, नालबारी, असम द्वारा बागुरुम्बा, बोडो नृत्य। ग्रुप नेतृत्वः संगीता। कलाकार (पुरुष): गितेन (मुख्य कलाकार), नाबा, गौतम, दीपांकर, धरमेन, तपन। (महिला): संगीता, पल्लवी (मुख्य कलाकार), पिनाकी, टीना, पल्लानी मेधी, चयनिका।
रात्रि 10.55- 11.10 PM
ताल म्यूजिक एण्ड डांस अकादमी, नामची, सिक्किम की प्रस्तुति। सिक्किम का तमांग सेलो डांस। कलाकार- शर्मिला गदेली (ग्रुप लीडर), सुशीला राय, पुष्पा मांगर, शीतल राय, अराती खाती, करीना गुरुंग, प्रिया मांगर, बिजेन्द्र गदेली, सौरव धमाला, त्शेरिंग शेरपा, बसंत मांगर, सुनील राय, सुजल राय, रोजाल मांगर, सुनील तमांग।
रात्रि 11.15 – 12-00 AM
चंदा लाल कालबेलिया एण्ड पार्टी, जयपुर, राजस्थान द्वारा राजस्थानी लोकनृत्य, वादन एवं गायन। कंमाचा, खड़ताल, भपंग, अलगोजा, ढोलक की जुगलबंदी। सात मटके की भवाई नृत्य। चारी लोक नृत्य और परंपरागत लोकगीत। मुख्य कलाकार-चंदा लाल कालबेलिया। अन्य कलाकार (पुरुष)- प्यारू खान, मुकेश, असरफ खान, सवाई खान, हारून खान, मुकेश राणा, रामजीनाथ सपेरा, पुखराज, राजू राणा। महिलाएं- लक्ष्मी देवी, मंजू सपेरा, संपत सपेरा, लक्ष्मी सपेरा।
रात्रि 12.05- 1.05 AM
नाटक-भाई विरोध। लेखक-भिखारी ठाकुर। निर्देशन- आशुतोष मिश्र। पात्र परिचयः संजना कुमारी (उपकारी बहू), अंशु कुमारी (उपदर बहू), विवेक कुमार सिंह (उपकारी), आकाश कुमार यादव( उपदर), विष्णु कुमार मांझी (उजागर), दिव्या कुमारी (कुटनी), रोजादीन आलम (सिपाही), नाजो खातून, डोमाराम, राधेश्याम शर्मा, आशुतोष मिश्र (समाजी)।
प्रस्तुतिः परिवर्तन रंगमंडली, जीरादेई, सिवान, बिहार।
यह नाटक संयुक्त परिवार के टूटने की कहानी है। तीन भइयों-उपकारी, उपदर और उजागर में मनमुटाव पैदा करने का काम गांव की कुटनी करती है और एक खुशमिजाज परिवार बँट जाता है।
15 अप्रैलः सोमवार
विचार गोष्ठीः ‘लोकसंस्कृति के समावेशी तत्व’
प्रातः 11 से
आमंत्रित अतिथिगण
अवधेश प्रधान (पूर्व हिन्दी विभागाध्यक्ष, बी.एच.यू.), सदानंद शाही (पूर्व कुलपति/पूर्व हिन्दी विभागाध्यक्ष, बी.एच.यू.), प्रो. नीरज खरे (हिन्दी विभाग, बी.एच.यू.), प्रो. दिनेश कुशवाह (वरिष्ठ कवि, रीवा), प्रो.निरंजन सहाय (हिन्दी विभागाध्यक्ष, काशी विद्यापीठ), प्रो. अनिल राय ( पूर्व हिन्दी भिागाध्यक्ष, गो.वि.वि.), बी. आर. विप्लवी (वरिष्ठ कवि, गोरखपुर), प्रो. अनिल सिंह (प्रोफेसर, अयोध्या), प्रो. राजेश मल्ल ( हिन्दी विभाग, गो.वि.वि.), प्रो. कमलेश वर्मा (हिंदी विभाग, राजकीय महाविद्यालय, सेवापुरी, वाराणसी), डॉ. रवि शंकर सोनकर (असि. प्रो., बी.एच.यू.), प्रो. राहुल कुमार मौर्य (असि. प्रो., बी.एच.यू.), डॉ. आशा सिंह (असि. प्रो. कोलकाता), डॉ. महेन्द्र प्रसाद कुशवाहा (असि. प्रो.बी.एच.यू.), डॉ. विंध्याचल यादव (असि.प्रो.,बी.एच.यू.), रामजी यादव (वरिष्ठ साहित्यकार), स्वदेश सिन्हा (साहित्यकार, दिल्ली), डॉ. दीनानाथ कुशवाहा (असि. प्रो., इलाहाबाद), मनोज कुमार सिंह (वरिष्ठ पत्रकार, गोरखपुर) एवं अन्य साहित्यकार/रंगकर्मी।
15 अप्रैलः सोमवार
रात्रि 8.30 -8.45
लोकरंग सांस्कृतिक समिति के लोक अभियान और संभावना कला मंच की सहभागिता के संबंध में वक्तव्य।
रात्रि 8.50 -9.20 PM
लोकगीतः जनगीत, परिवर्तन रंगमंडली, जीरादेई, सिवान, बिहार।
मुख्य गायकः आशुतोष। अन्य गायक-संजना कुमारी, अंशु कुमारी, विवेक कुमार सिंह, आकाश कुमार यादव, विष्णु कुमार मांझी, दिव्या कुमारी, रोजादीन आलम, नाजो खातून, डोमाराम, राधेश्याम शर्मा।
रात्रि 9.25 – 10.00 PM
सरनामी भोजपुरी गायक, राजमोहन, भोजपुरी पॉप रैपर, रग्गा मेन्नो, सोन्दर हीरा, वरुण नन्दा और किशन हीरा, नीदरलैंड की प्रस्तुतियां।
Rajmohan Ji is a well-known Bhojpuri Surinami singer and a poet. He is the first singer who sang songs narrating Girmitiya people’s grief, struggle and colonial cruelties. He has performed at Lokrang many times and established cultural links between Suriname and India’s Bhojpuri region. He is like a hero of Lokrang Sanskritik Samiti.
Manav D./Ragga Menno is a Surinami artist, composer and song writer. He is a well-known singer in rap and ragga styles in Sarnami-Awadhi-Bhojpuri, spoken in Suriname and The Netherlands.
Varun Nanda is a highly regarded Surinamese Dholak player and artist well-known in Suriname, America, Canada, and all European countries.
Soender Hira is well known artist in Hindustani folk culture of music and dance. Through styles such as Baithak Gana, Nagara, Lavanda Ka Naach, Ahirwa Ka Naach, both have made significant contributions to the cultural scene in Netherlands and Suriname.
Kishan Hira is also a distinguished singer and a talented Dholak and Dhantaal player.
रात्रि 10.05-10.25 PM
थर्ड जेंडर (किन्नर) नृत्य और सोहर गायनः रूबी नायक, जमुनी नायक, वैशाली नायक और माला नायक। ग्रा/पो. रहसू जनूबी पट्टी, कुशीनगर।
रात्रि 10.30- 10.45 PM
ताल म्यूजिक एण्ड डांस अकादमी, नामची, सिक्किम की प्रस्तुति। सिक्किम का मारुनी और कोडा डांस। कलाकार- शर्मिला गदेली (ग्रुप लीडर), सुशीला राय, पुष्पा मांगर, शीतल राय, अराती खाती, करीना गुरुंग, प्रिया मांगर, बिजेन्द्र गदेली, सौरव धमाला, त्शेरिंग शेरपा, बसंत मांगर, सुनील राय, सुजल राय, रोजाल मांगर, सुनील तमांग।
रात्रि 10.50- 11.00 PM
नटराज कल्चरल एसोसिएशन, नालबारी, असम द्वारा भोरताल नृत्य। ग्रुप नेतृत्वः संगीता। कलाकार (पुरुष): गितेन (मुख्य कलाकार), नाबा, गौतम, दीपांकर, धरमेन, तपन। (महिला): पल्लवी (मुख्य कलाकार), संगीता, पिनाकी, टीना, पल्लानी मेधी, चयनिका।
रात्रि 11.05- 11.45 PM
चंदा लाल कालबेलिया एण्ड पार्टी, जयपुर, राजस्थान द्वारा राजस्थानी लोकनृत्य, वादन एवं गायन। मुरली, मोेचंग, ढोलक की जुगलबंदी। घूमर और कालबेलिया नृत्य। मुख्य कलाकार-चंदा लाल कालबेलिया। अन्य कलाकार (पुरुष)- प्यारू खान, मुकेश, असरफ खान, सवाई खान, हारून खान, मुकेश राणा, रामजीनाथ सपेरा, पुखराज, राजू राणा। महिलाएं- लक्ष्मी देवी, मंजू सपेरा, संपत सपेरा, लक्ष्मी सपेरा।
रात्रि 12.00- 1.00 AM
नाटक-दगा हो गए बालम, प्रस्तुतिः परिवर्तन रंगमंडली, जीरादेई, सिवान, बिहार।
निर्देशक- आशुतोष
प्रातः 1.05 – 1.15 AM
धन्यवाद ज्ञापन/ग्रुप फोटोग्राफी/समापन।
संचालन
प्रो. दिनेश कुशवाह, हिन्दी विभागाध्यक्ष, रीवा विश्वविद्यालय (म.प्र.), देश के जाने-माने वरिष्ठ कवि।
स्वागत गायन टीम (मंच से परे): मनोज राय, विजय कुमार, नारपत्त राम, गुड्डू राम, गाजीपुर।
संभावना कला मंच, गाजीपुर
कविता पोस्टर, भित्ति चित्र, मंच और लोकरंग परिसर की सज्जा।
निर्देशन-सुधीर सिंह/डॉ.राजीव कुमार गुप्ता।
अन्य सदस्य-आशीष कुमार गुप्ता, रवि कुमार चैरसिया, बृजेश कुमार, चन्दन सिंह यादव, मुकेश चैधरी, शिवांशी शर्मा, रीति सिंह, श्रेयांश कुशवाहा, उत्कर्ष सिंह।
Lokrang is a village organization working in a remote area of the Kushinagar District of UP. We are not accepting any corporate and government funds. Please give individual donation to this organization.
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